भूरा खड़ा चौराहे पे
झुण्ड को हैं हांकते।
काला चश्मा कैप लगा
गले में गमछा डालके।
हाथ में तीखा कढ़ा पहनें
ओल्ड बुलैट हुंकार भरे
दंभ भरे, गुल छर्रे उड़े
पुड़िया थूके कश लगे।
छुटभैयों की सपोर्ट से
सत्ता की बकैती करें
कानून को ठेंगा दिखा
प्रशासन से वो ना डरे।
मादर फादर गाली बके
असलहा बंदूक छुरी रखे
डण्डा लिए, झण्डा लिए
क्रान्ति की ज्वाला लिए,
सिर पर साफा़ बांधें
जनहित की वो बात करे।
भूरा खड़ा चौराहे पे
झुण्ड को हैं हांकते।
काला चश्मा कैप लगा
गले में गमछा डालके।