बड़े-बुजुर्ग


अपने घरों में बुजुर्गों को बेहतरीन से बेहतरीन सुख-सुविधाएं दीजिए,
ताकि वे जीवन के आखिरी पड़ाव में दुनिया के उत्कर्ष का आंनद ले सकें।
आज जो तकनीक, योजनाएं, सुख-सुविधाएं हम उपयोग कर पा रहे हैं,
ये उनके द्वारा, उनके समय में किए गए त्याग और संघर्षों का परिणाम है।

मंजिले उन्ही को मिलती है !


मंजिले उन्ही को मिलती है,
जिनके सपनो मे है जान।
घबराते नही मुसीबतों से,
सदा बढ़ाते अपनी शान।
राह चुनते है वही
जो न हो आसान।
राह मे दो रास्ते आने पर
चुनते वही जिसपे ना हो
कदमों के निशान।
कपट नहीं है उनके मन में,
छलते नहीं किसी को वे
ईमान है उनकी अमूल्य दौलत,
जिस पर है उन्हे अभिमान।
स्वयं पर करते अनुशासन,
जिससे कल पर करते शासन।
जिनकी कथनी करनी हो एक समान,
घटता नहीं कभी उनका मान।
सर्वश्रेष्ठ है वे उनका है ऊंचा ज्ञान
जिससे बनाते वे समाज में
अपनी अलग पहचान।